तकनीक और सनातन का मेल
जय विश्व बाबा की जय! आज के इस पावन सत्संग में, हम सभी एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए हैं—भारत को सनातन हिंदुत्व का वास्तविक नेतृत्वकर्ता कैसे बनाया जाए और इसमें टेक्नोलॉजी की क्या भूमिका हो सकती है। हम अक्सर यह सुनते हैं कि भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाना है, भारत को आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध बनाना है। लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि क्या केवल भक्ति, केवल साधना, केवल अतीत की गौरवगाथा गाने से ही भारत प्रगति कर सकता है? नहीं! भारत को आगे ले जाने के लिए हमें तकनीक और आध्यात्मिकता का समन्वय करना होगा। तकनीक और सनातन का मेल हमारे ऋषि-मुनियों ने ज्ञान और विज्ञान दोनों को महत्व दिया था। चाहे वो महर्षि कणाद का परमाणु सिद्धांत हो, चरक संहिता का आयुर्विज्ञान हो, या फिर रामायण और महाभारत में वर्णित दिव्य अस्त्र-शस्त्र हों—इन सभी में हमें विज्ञान और आध्यात्मिकता का अनूठा मेल देखने को मिलता है। आज का दौर डिजिटल युग का है। चीन जहाँ Deepfake Technology और AI Surveillance से अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है, वहीं अमेरिका ChatGPT और AI Automation के जरिए पूरी दुनिया पर प्रभा...