दिल्ली को मिला नया मुख्यमंत्री, बीजेपी ने सभी को चौंकाया ?
दिल्ली को मिला नया मुख्यमंत्री, बीजेपी ने सभी को चौंकाया ?
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए ऐसा नाम घोषित किया है, जिसे सुनकर सभी राजनीतिक विशेषज्ञ और विपक्षी दल हैरान रह गए। पार्टी ने वरिष्ठ कार्यकर्ता रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। इससे पहले दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा थी कि यह पद परवेश शर्मा या मनोज तिवारी को मिल सकता है।
बीजेपी की चौंकाने वाली रणनीति
बीजेपी पहले भी इस तरह के अप्रत्याशित फैसले ले चुकी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में भी पार्टी ने उम्मीदों के विपरीत नए चेहरे को मुख्यमंत्री पद सौंपा था। इसी तर्ज पर दिल्ली में भी पार्टी ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है, जबकि परवेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया है।
रेखा गुप्ता बीजेपी की एक कर्मठ कार्यकर्ता रही हैं और पार्टी संगठन में सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं। उनके नाम की घोषणा होते ही दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस फैसले का स्वागत किया, वहीं विपक्षी दलों को इस अप्रत्याशित निर्णय से झटका लगा है।
अग्रवाल समाज को साधने की रणनीति
दिल्ली की राजनीति में अरविंद केजरीवाल अग्रवाल समाज से आते हैं, और अब बीजेपी ने भी इसी समाज से मुख्यमंत्री देकर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। यह पहली बार है जब किसी अग्रवाल समाज के नेता को दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। इससे साफ है कि बीजेपी दिल्ली में व्यापारिक समुदाय और मध्यवर्गीय वोट बैंक को अपने पक्ष में मजबूत करना चाहती है।
परवेश शर्मा और मनोज तिवारी का क्या होगा?
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, परवेश शर्मा और मनोज तिवारी भी सीएम पद की रेस में थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपने का फैसला किया। परवेश शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है, जिससे संकेत मिलता है कि बीजेपी सरकार में उन्हें भी महत्वपूर्ण भूमिका दी जाएगी।
मनोज तिवारी, जो दिल्ली बीजेपी के एक प्रमुख चेहरे हैं और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं, को पार्टी अन्य महत्वपूर्ण संगठनात्मक भूमिका दे सकती है।
क्या कहती है आम आदमी पार्टी?
बीजेपी के इस कदम पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी सरकार दिल्ली में अस्थिरता लाने की कोशिश कर रही है और यह जनता के साथ विश्वासघात है। हालांकि, बीजेपी का कहना है कि दिल्ली को एक स्थायी और प्रभावी नेतृत्व देने के लिए यह फैसला लिया गया है।
आगे की रणनीति
रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने के बाद बीजेपी अब नगर निगम और अन्य प्रशासनिक निकायों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बना रही है। इस फैसले का असर आगामी लोकसभा चुनावों में भी देखने को मिल सकता है, क्योंकि दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी का फोकस रहेगा।
दिल्ली की राजनीति में नया समीकरण
बीजेपी के इस फैसले से दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बन गए हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस इस फैसले को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रही हैं। आप ने इसे एक "राजनीतिक नौटंकी" करार दिया है, जबकि कांग्रेस ने इसे बीजेपी की "आंतरिक राजनीति" का परिणाम बताया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी ने यह निर्णय सोच-समझकर लिया है ताकि दिल्ली में संगठन को मजबूत किया जा सके और 2025 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को बढ़त दिलाई जा सके।
रेखा गुप्ता कौन हैं?
रेखा गुप्ता दिल्ली बीजेपी की जानी-मानी नेता हैं। उन्होंने संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और दिल्ली में पार्टी के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है। उनकी साफ-सुथरी छवि और ज़मीनी स्तर पर पकड़ को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
आगे की राह
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की राजनीति किस दिशा में जाती है। क्या बीजेपी इस नए नेतृत्व के सहारे दिल्ली में अपनी पकड़ मजबूत कर पाएगी या विपक्षी दल इसे एक मुद्दा बनाकर पार्टी को घेरने की कोशिश करेंगे?
बहरहाल, बीजेपी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह राजनीति में अप्रत्याशित फैसले लेने के लिए जानी जाती है।
Delhi CM Rekha Gupta
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