भाजपा के लिए बिहार में टिकटों की हिस्सेदारी का फार्मूला निकालना भी मुश्किल ?

भाजपा के लिए बिहार में टिकटों की हिस्सेदारी का फार्मूला निकालना भी मुश्किल हो रहा है। नितीश को पिछली बार से कम सीटों पर राज़ी न कर पाने की सूरत में भाजपा के लिए छोटे दलों की मांग पूरी कर पाना कठिन हो रहा है। भाजपा कैमिस्ट्री न सही, पर मैथमेटिक्स से परेशान हैं। देखिए खास रिपोर्ट उससे पहले चैनल को फोलो शेयर और सब्सक्राइब करें। Kuldeep Khandelwal पिछले सप्ताह मैंने भाजपा विरोधी पार्टियों (इंडिया गठबंधन) द्वारा किये जा रहे सीटों के तालमेल पर टिप्पणी करते हुए लिखा था कि ये दल भाजपा के उम्मीदवारों के मुकाबले एक संयुक्त प्रत्याशी खड़ा करके चुनावी अंकगणित तो सुनिश्चित कर पा रहे हैं, लेकिन इन्होंने उस हवा को बनाने का काम नहीं किया है जो इस तरह के अंकगणित को चुनावी जीत की तरफ ले जाती है। इसी हवा को माहौल बनाना या चुनावी रसायनशास्त्र (केमिस्ट्री) हासिल करना कहते हैं। विपक्ष की यह कमी भाजपा और नरेंद्र मोदी की तीसरी लगातार जीत की संभावनाओं को बढ़ा देती है। लेकिन इस सिक्के का दूसरा पहलू भी है। इसी के मुताबिक मैं इस सप्ताह भाजपा या एनडीए की चुनावी समस्याओं की चर्चा करूंगा। मेरा विचार है कि मीडिय...