हिसार निगम चुनाव में कौन मारेगा बाजी? भाजपा ने प्रवीन पोपली पर जोर लगाया, कांग्रेस ने नीतू सिंगला के लिए प्रचार शुरू किया ?

 

हिसार निगम चुनाव में कौन मारेगा बाजी? भाजपा ने प्रवीन पोपली पर जोर लगाया, कांग्रेस ने नीतू सिंगला के लिए प्रचार शुरू किया ? 

हिसार: हिसार नगर निगम चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दलों की सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रवीन पोपली को आगे कर पूरा जोर लगा दिया है, जबकि कांग्रेस ने नीतू सिंगला को अपना प्रत्याशी घोषित कर उनके समर्थन में प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इन दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है, लेकिन अंतिम परिणाम पर मतदाताओं का मूड ही फैसला करेगा।

भाजपा का दांव: प्रवीन पोपली पर पूरा भरोसा

भाजपा ने नगर निगम चुनावों में अपने पुराने संगठनात्मक ढांचे और मजबूत वोटबैंक को ध्यान में रखते हुए प्रवीन पोपली को मैदान में उतारा है। पार्टी का मानना है कि पोपली की प्रशासनिक क्षमता और पार्टी के प्रति निष्ठा उन्हें चुनावी जीत दिला सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और अन्य बड़े भाजपा नेता भी उनके समर्थन में प्रचार कर रहे हैं।

भाजपा ने प्रचार अभियान में अपनी पारंपरिक रणनीति अपनाई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को प्रमुखता से उजागर किया जा रहा है। विकास कार्य, स्मार्ट सिटी योजना और नगर निगम की पिछली उपलब्धियों को गिनाते हुए भाजपा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस की रणनीति: नीतू सिंगला को आगे कर नया दांव

कांग्रेस ने हिसार नगर निगम चुनाव में नीतू सिंगला को अपना उम्मीदवार बनाया है। सिंगला को स्थानीय स्तर पर एक लोकप्रिय नेता माना जाता है, जो जनता के मुद्दों से भली-भांति परिचित हैं। कांग्रेस का प्रचार अभियान महंगाई, बेरोजगारी, और नगर निगम में कथित भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य कांग्रेस नेता पूरी ताकत से सिंगला के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। पार्टी का फोकस महिला वोटरों और युवाओं पर है, जिन्हें नीतू सिंगला के पक्ष में जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

क्या कहता है हिसार का सियासी गणित?

हिसार नगर निगम चुनावों में जातिगत समीकरण और स्थानीय मुद्दे हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। भाजपा को परंपरागत रूप से शहरी मतदाताओं का समर्थन मिलता रहा है, लेकिन कांग्रेस इस बार भाजपा को कड़ी टक्कर देने के मूड में है।

अगर पिछले चुनावों के नतीजों पर नजर डालें, तो भाजपा को नगर निगम में मजबूत स्थिति हासिल थी। हालांकि, हालिया राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए इस बार मुकाबला कड़ा हो सकता है।

जनता के मुद्दे और संभावित नतीजे

मतदाता इस बार मूलभूत सुविधाओं, पानी की समस्या, सड़कें, और सफाई जैसे मुद्दों को ध्यान में रखकर मतदान करेंगे। भाजपा के विकास कार्यों के दावों और कांग्रेस के महंगाई व बेरोजगारी के मुद्दों के बीच जनता किसे चुनती है, यह चुनाव के दिन ही साफ होगा।

हिसार नगर निगम चुनाव भाजपा और कांग्रेस के लिए साख की लड़ाई बन चुके हैं। प्रवीन पोपली और नीतू सिंगला के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है, लेकिन अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो सकती है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में माहौल और बदल सकता है, लेकिन इस बार का मुकाबला बेहद दिलचस्प रहने वाला है।

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