हिसार की राजनीति में कमल गुप्ता का दबदबा कायम, सावित्री जिंदल पावर में होते हुए भी हाशिए पर ?
हिसार की राजनीति: कमल गुप्ता बनाम जिंदल हाउस की सत्ता संग्राम हिसार की राजनीति समय-समय पर बड़े बदलावों से गुजरती रही है। एक दौर था जब यहां की राजनीति जिंदल हाउस से संचालित होती थी। उद्योगपति और कांग्रेस नेता नवीन जिंदल के राजनीतिक उदय ने जिंदल हाउस को एक प्रभावशाली राजनीतिक केंद्र बना दिया था। लेकिन समय बदला, समीकरण बदले, और हिसार की राजनीति जिंदल हाउस से धीरे-धीरे खिसकने लगी। जब कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल सांसद बने, तो ऐसा लगा कि जिंदल हाउस में फिर से राजनीतिक सक्रियता लौटेगी। लेकिन जब भाजपा और कांग्रेस दोनों ने सावित्री जिंदल को टिकट नहीं दिया, तब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया और विजय भी हासिल की। इस जीत में उद्योगपति और मीडिया टाइकून सुभाष चंद्रा की भी भूमिका रही। हालांकि, चुनाव जीतने के बाद सावित्री जिंदल को भाजपा सरकार को समर्थन देना पड़ा, क्योंकि भाजपा ने बहुमत के साथ सरकार बना ली थी। कमल गुप्ता की रणनीति और जिंदल हाउस की असमंजस चुनाव जीतने के बावजूद, सावित्री जिंदल को राजनीतिक प्रभाव जमाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि हिसार की...