सोने की कीमतों में तेजी जारी, 2029 तक $6,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है भाव !
नई दिल्ली: सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है और ऐसा लगता है कि यह तेजी अभी खत्म नहीं हुई है। जेपी मॉर्गन (JPMorgan) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले वर्षों में सोना और ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2029 तक सोने की कीमतें $6,000 प्रति औंस तक जा सकती हैं, जो मौजूदा कीमत $3,300 से लगभग 80% अधिक है।
क्या कहती है जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट?
फॉर्च्यून (Fortune) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यदि केवल 0.5% विदेशी निवेशक अपनी अमेरिकी संपत्तियों को सोने में स्थानांतरित कर दें, तो इससे सोने में प्रति वर्ष 18% की वृद्धि हो सकती है और अंततः यह कीमत $6,000 तक पहुंच सकती है।
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने कहा, "यह परिकल्पना मात्र एक उदाहरण है कि हम सोने को लेकर संरचनात्मक रूप से आशावादी क्यों हैं। हमारा मानना है कि सोने की कीमतों में अभी और तेजी आ सकती है।"
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इस साल की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में 20% से अधिक की वृद्धि हुई है। पिछले तीन वर्षों में इसकी कीमत लगभग दोगुनी हो चुकी है।
सोने की मांग क्यों बढ़ रही है?
2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण और उसके बाद पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए वित्तीय प्रतिबंधों ने वैश्विक केंद्रीय बैंकों को सतर्क कर दिया। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस की डॉलर और यूरो में रखी विदेशी मुद्रा भंडार को जब्त कर लिया, जिससे अन्य देशों को यह संकेत मिला कि उनकी विदेशी संपत्तियां भी खतरे में पड़ सकती हैं। इसके बाद, कई देशों ने अपनी संपत्तियों को सोने में बदलना शुरू किया, जिसे अधिक सुरक्षित संपत्ति माना जाता है।
इस प्रवृत्ति को उच्च मुद्रास्फीति, बढ़ते सरकारी घाटे और वित्तीय अनिश्चितताओं ने और भी बल दिया। रिपोर्ट के अनुसार, जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में वापसी की, तो उनके संरक्षणवादी आर्थिक नीतियों और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के साथ टकराव के चलते बाजार में अस्थिरता और बढ़ गई, जिससे सोने की ओर निवेशकों का झुकाव और गहरा हो गया।
अमेरिकी संपत्तियों पर घटता भरोसा
जेपी मॉर्गन ने चेतावनी दी है कि हालिया घटनाओं से स्पष्ट है कि अमेरिकी संपत्तियों पर निवेशकों का भरोसा कमजोर हो रहा है और अमेरिका पूंजी बहिर्वाह (Capital Outflow) के प्रति संवेदनशील होता जा रहा है।
यदि विदेशी निवेशकों ने केवल 0.5% अमेरिकी होल्डिंग्स को सोने में बदल दिया, तो अगले चार वर्षों में $273.6 बिलियन की राशि सोने के बाजार में प्रवेश कर सकती है। यह लगभग 2,500 मीट्रिक टन सोना है। हालांकि यह विश्व के कुल सोने का केवल 3% है, फिर भी यह मांग में तिमाही स्तर पर बड़ा उछाल ला सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. सोने की कीमतें इतनी क्यों बढ़ रही हैं?
वैश्विक अनिश्चितता, उच्च मुद्रास्फीति और अमेरिकी वित्तीय प्रणाली पर घटते विश्वास के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है।
2. सोना कितनी ऊंचाई तक जा सकता है?
जेपी मॉर्गन के अनुसार, सोने की कीमतें 2029 तक $6,000 प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।
Comments
Post a Comment