विधायक विनेश फौगाट ने चुना 4 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, सरकार को दी औपचारिक सहमति ?

 


विधायक विनेश फौगाट ने चुना 4 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, सरकार को दी औपचारिक सहमति

चंडीगढ़:
हरियाणा की स्टार महिला पहलवान और विधायक विनेश फौगाट ने हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए तीन विकल्पों में से 4 करोड़ रुपये का कैश अवॉर्ड चुनने का फैसला किया है। उन्होंने इस संबंध में अपनी औपचारिक सहमति देते हुए हरियाणा खेल विभाग को पत्र लिखकर जानकारी दी है।

हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि विनेश फौगाट को ओलंपिक रजत पदक विजेता के समकक्ष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। सरकार की ओर से इसके लिए तीन विकल्प प्रस्तावित किए गए थे:

  1. ₹4 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार

  2. डिप्टी डायरेक्टर स्तर की सरकारी नौकरी

  3. हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) में एक आवासीय प्लॉट

विनेश फौगाट ने गहन विचार-विमर्श के बाद नकद पुरस्कार का विकल्प चुना और खेल विभाग को भेजे गए पत्र में लिखा कि वह मुख्यमंत्री द्वारा घोषित सम्मान के लिए आभार प्रकट करती हैं और 4 करोड़ रुपये की राशि लेना चाहती हैं।


🎖 कौन हैं विनेश फौगाट?

विनेश फौगाट न केवल भारत की मशहूर महिला पहलवानों में से एक हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और खिलाड़ियों के अधिकारों की मुखर आवाज भी हैं। वे भारत की पहली महिला पहलवान रही हैं जिन्होंने दूसरे कॉन्टिनेंटल गेम्स (एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स) में गोल्ड मेडल जीते।

2024 में उन्हें हरियाणा के चरखी दादरी से विधायक के तौर पर भी चुना गया, जिससे उनका राजनीतिक सफर भी शुरू हुआ।


🔍 विवादों के बीच यह फैसला

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में विनेश फौगाट का नाम कई बार रेसलिंग फेडरेशन के खिलाफ विरोध और आंदोलन में सामने आया है। उन्होंने खिलाड़ियों के अधिकारों और न्याय के लिए आवाज उठाई और लंबे समय तक धरना प्रदर्शन में भाग लिया। उनके साहसिक रवैये और ईमानदारी ने उन्हें एक सामाजिक आइकॉन के रूप में स्थापित किया है।


🤝 सरकार और खिलाड़ियों के रिश्ते की नई मिसाल

विनेश फौगाट द्वारा सरकार का प्रस्ताव स्वीकार करना एक सकारात्मक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे सरकार और खिलाड़ियों के बीच भरोसे की एक नई लहर देखने को मिल सकती है। यह न केवल खेल नीति को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा कि उनकी मेहनत को सही सम्मान मिलेगा।

विनेश फौगाट का यह फैसला न केवल व्यक्तिगत सम्मान की बात है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खिलाड़ियों को सरकार से उचित पहचान और सम्मान मिलने लगा है। यह कदम हरियाणा के खेल प्रेमियों और देशभर के खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगा।


Comments

Popular posts from this blog

एनजी न्यूज चैनल की पत्रकारिता: एक चिंतन

स्विंग के सुल्तान भुवनेश्वर कुमार की दिलचस्प लव स्टोरी – किरायेदार की बेटी से हुआ था प्यार !

इनैलो की सेफ सीट को विद्यारानी का अहंकार ले डूबेगा ?