महलों में रहने वाले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री, जिसने अपने ही नौकर से कर ली थी शादी!
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी का जीवन एक अनूठा उदाहरण है, जिसमें शाही परिवार से लेकर
राजनीति तक का सफर शामिल है। उनका जन्म 30 जनवरी 1971 को जयपुर के राजघराने में हुआ था। वह महाराजा सवाई भवानी सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की इकलौती संतान हैं। उनके दादा, महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय, ब्रिटिश शासन के दौरान जयपुर रियासत के अंतिम शासक थे। उनकी सौतेली दादी, महारानी गायत्री देवी, अपनी सुंदरता और राजनीतिक सक्रियता के लिए प्रसिद्ध थीं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
दीया कुमारी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल, जयपुर के महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, और मुंबई के जी.डी. सोमानी मेमोरियल स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने लंदन के पार्सन्स स्कूल ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन से डेकोरेटिव आर्ट्स में डिप्लोमा किया। शिक्षा पूर्ण करने के बाद, उन्होंने अपने परिवार के व्यवसाय और जयपुर के सिटी पैलेस, जयगढ़ किले, और अन्य संपत्तियों के प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाई।
वैवाहिक जीवन
दीया कुमारी का वैवाहिक जीवन भी चर्चा का विषय रहा है। उन्होंने 1994 में नरेंद्र सिंह से विवाह किया, जो उनके परिवार के व्यवसाय से जुड़े हुए थे। शुरुआत में, उनके परिवार ने इस विवाह का विरोध किया, लेकिन बाद में इसे स्वीकार कर लिया। इस दंपति के दो पुत्र, पद्मनाभ सिंह और लक्षराज सिंह, और एक पुत्री, गौरवी कुमारी हैं। हालांकि, 2018 में दीया कुमारी और नरेंद्र सिंह का तलाक हो गया।
राजनीतिक करियर
राजनीतिक क्षेत्र में, दीया कुमारी ने 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपने करियर की शुरुआत की। उसी वर्ष, उन्होंने सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2019 में, उन्होंने राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद के रूप में चुनाव जीता। 2023 के विधानसभा चुनाव में, उन्होंने विद्याधर नगर सीट से जीत दर्ज की और उन्हें राजस्थान की उपमुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
सामाजिक योगदान और विरासत
दीया कुमारी का जीवन शाही परंपराओं और आधुनिक राजनीति का मिश्रण है। उन्होंने अपने शाही उत्तराधिकार को संभालते हुए सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके नेतृत्व में, उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और विरासत संरक्षण के क्षेत्रों में अनेक कार्य किए हैं।
उनकी कहानी यह दर्शाती है कि कैसे एक शाही परिवार की सदस्य ने समाज और राजनीति में अपनी पहचान बनाई और जनता के कल्याण के लिए कार्य किया।
@Diya Kumari
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