प्रदेश का मुखिया, जैसा नाम वैसा ही काम! नायब सैनी ने किया नायाब काम, पहली कलम से रचा इतिहास!
प्रदेश का मुखिया, जैसा नाम वैसा ही काम!
नायब सैनी ने किया नायाब काम, पहली कलम से रचा इतिहास!
चंडीगढ़ – (रिपोर्ट: कुलदीप खंडेलवाल)
प्रदेश के मुखिया नायब सैनी ने अपनी कार्यशैली से साबित कर दिया है कि उनका नाम ही नहीं, बल्कि उनका काम भी नायाब है। चुनाव से पहले किए गए वादों को निभाते हुए, पहली ही कलम से युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे खोल दिए हैं। बिना खर्च और बिना सिफारिश के 24,000 युवाओं को रोजगार मिला है, जो प्रदेश के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पहले जहां नौकरियों के लिए सिफारिशें और रिश्वत का बोलबाला था, वहीं सैनी सरकार ने इस पर रोक लगाकर योग्यता के आधार पर भर्ती सुनिश्चित की है।
दिवाली के शुभ अवसर पर 24 हजार घरों में रोजगार की सौगात देकर प्रदेश की जनता को खुशियों की सौगात दी है। यह पहली बार है कि इतनी बड़ी संख्या में बिना किसी दबाव के नौकरियां दी गई हैं, जो सैनी सरकार की पारदर्शी नीति को दर्शाती है। नायब सैनी के इस कदम ने न केवल युवाओं के चेहरे पर मुस्कान लाई है, बल्कि प्रदेश में एक नई दिशा की शुरुआत भी की है।
सिर्फ रोजगार ही नहीं, सैनी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में क्रोनिक किडनी रोगियों के लिए निःशुल्क डायलिसिस सुविधा प्रदान की जाएगी। इतना ही नहीं, मेडिकल कॉलेजों में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे गरीब और जरुरतमंद मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
नायब सैनी की इन योजनाओं ने न केवल जनता का दिल जीता है, बल्कि उनके विरोधी भी अब उनकी तारीफ करते नजर आ रहे हैं। कई नेता, जो पहले सैनी की आलोचना कर रहे थे, अब उनके काम की सराहना कर रहे हैं और उन्हें प्रदेश का बेहतरीन मुख्यमंत्री बता रहे हैं।
लेकिन जैसा कि कहा जाता है, अभी तो फिल्म का ट्रेलर है, पूरी फिल्म तो बाकी है। आने वाले समय में सैनी सरकार और कौन-कौन से बड़े फैसले लेकर प्रदेश की जनता के लिए क्या सौगातें लेकर आएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
प्रदेश का मुखिया: जैसा नाम, वैसा ही काम! नायब सैनी ने किया नायाब काम, पहली कलम से रचा इतिहास
चंडीगढ़ (कुलदीप खंडेलवाल)
प्रदेश की राजनीति में अक्सर नाम बड़े होते हैं, पर काम छोटे। लेकिन हाल ही में मुख्यमंत्री बने नायब सैनी ने इस कहावत को झूठा साबित कर दिखाया है। अपने पहले ही निर्णय से उन्होंने प्रदेश की जनता के दिलों में खास जगह बना ली है। जिस वादे के साथ उन्होंने चुनावी मैदान में कदम रखा, उसे जीतने के बाद तुरंत निभाया, और प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का दरवाजा खोल दिया।
पहली कलम से रोजगार का सुनहरा अवसर
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शपथ ग्रहण के बाद अपनी पहली कलम से 24 हजार युवाओं को बिना किसी खर्चे और बिना किसी सिफारिश के नौकरी दी। यह प्रदेश के इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम था, जहां पहले नौकरियों के लिए सिफारिश और रिश्वत का बोलबाला होता था। सैनी सरकार ने इस पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए युवाओं को पारदर्शी तरीके से रोजगार प्रदान किया। यह कदम न केवल बेरोजगार युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर था, बल्कि प्रदेश की नई दिशा में एक बड़ा कदम भी था।
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी निर्णय
सिर्फ रोजगार ही नहीं, नायब सैनी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्राथमिकता दी है। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में क्रोनिक किडनी रोगियों के लिए मुफ्त डायलिसिस सेवा शुरू की गई है। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेजों में भी यह सेवा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि कोई भी मरीज आर्थिक तंगी के कारण अपनी जान न गंवाए। यह निर्णय प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा सुधार है, जिससे न केवल रोगियों को राहत मिलेगी, बल्कि उनकी जान बचाने में भी मदद मिलेगी।
विपक्ष भी कर रहा सराहना
नायब सैनी के इन फैसलों ने विपक्षी पार्टियों को भी हैरत में डाल दिया है। जहां विरोधी अक्सर सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं, वहीं अब वे भी सैनी को एक बेहतरीन मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं। सैनी के फैसलों ने न केवल उनकी लोकप्रियता को बढ़ाया है, बल्कि जनता का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिला है।
अभी तो सिर्फ ट्रेलर है, बाकी है पूरी फिल्म
नायब सैनी की सरकार का यह तो केवल आरंभ है। उनके इस कार्यकाल में और भी कई ऐतिहासिक फैसले होने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रदेश की जनता अब उत्सुकता से इंतजार कर रही है कि आगे और क्या बड़े फैसले लिए जाएंगे, जिससे उनका जीवन और बेहतर हो सके।
सैनी के अब तक के कार्यों से यह साफ हो गया है कि प्रदेश का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। जनता की आशाओं पर खरा उतरने वाले नायब सैनी के अगले कदमों पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
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