नौ बजकर इकतीस मिनट… और भारत की अर्थव्यवस्था पर ट्रंप का डबल वार!

 नौ बजकर इकतीस मिनट… और भारत की अर्थव्यवस्था पर ट्रंप का डबल वार!

अमेरिका ने टैरिफ का ऐसा हथौड़ा मारा है, जिससे 2.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान एक झटके में खड़ा हो गया है। कल तक जो गोदी मीडिया कह रही थी – अमेरिका को होगा नुकसान… आज वही चैनल गिनवा रहे हैं भारत के ज़ख्म। सवाल सीधा है – 👉 क्या मोदी सरकार ट्रंप की धमकी के आगे झुक गई? 👉 क्या मास्टरस्ट्रोक वाली सरकार अब बेबस हो गई? और सबसे बड़ा सवाल – 

👉 क्या ये टैरिफ न्यू इंडिया की अर्थव्यवस्था को बर्बादी की तरफ ले जाएगा?"

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दोस्तों, सुबह 9 बजकर 31 मिनट पर ट्रंप का डबल टैरिफ भारत पर लागू हो गया।

अब सवाल यह है –
👉 क्या यह सिर्फ टैरिफ है… या भारत की अर्थव्यवस्था पर एक सीधा हमला?

कल तक यही गोदी मीडिया कह रही थी – अमेरिका को नुकसान होगा।
आज वही गोदी मीडिया गिनवा रही है भारत के ज़ख्म।

रात को पीएमओ में बड़ी बैठक हुई। नतीजा? – कुछ भी नहीं!
मास्टरस्ट्रोक कहाँ गया?
👉 क्यों मास्टर मोदी के पास अब कोई मास्टरस्ट्रोक नहीं बचा?

ट्रंप ने साफ कहा –
मोदी से फोन पर धमकी दी – “अगर जंग नहीं रोकी तो टैरिफ लगा दूंगा।”
और मोदी ने पाँच घंटे में सरेंडर कर दिया।

लेकिन…
👉 सरेंडर के बाद क्या मिला?
50% टैरिफ!
₹2.17 लाख करोड़ का नुकसान!
कपड़ा उद्योग बर्बाद, जेम्स-एंड-जूलरी तबाह, ऑटो सेक्टर ध्वस्त।
करोड़ों नौकरियाँ हवा में!

और मोदी जी क्या कर रहे हैं?
खुद रेंज रोवर में घूमते हैं…
और देश के कारोबारियों से कहते हैं – “स्वदेशी अपनाइए, दुबई जाइए!”

सवाल सीधा है –
👉 क्या मोदी जी अब कारों को झंडा दिखाने से आगे साइकिल को झंडा दिखाने की तैयारी कर रहे हैं?

2018 याद है न?
RCEP की बातचीत मोदी सरकार ने बीच में छोड़ी थी।
अगर तब वह समझदारी दिखाई होती, तो आज आधा नुकसान भी नहीं होता।
👉 तो क्या मोदी जी की एक गलती का खामियाज़ा अब पूरा देश भुगत रहा है?

4 और 5 सितंबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक है।
पहले ही चुनावी तोहफे का ऐलान हो चुका है।
लेकिन इस तोहफे का बोझ झेलेगा कौन? – राज्य।
जो पहले ही कर्ज़ लेकर घी पी रहे हैं।

यानी मोदी जी ने कह दिया –
“मैं तोहफा दूँगा, बिल तुम भरो।”

अब सवाल यह भी है –
👉 क्या यह आर्थिक नीति है… या चुनावी जुगाड़?

उधर अमेरिका का नया राजदूत कश्मीर पर पाकिस्तान के साथ मिलकर “मध्यस्थता” की साजिश रचने वाला है।
👉 तो मोदी जी कितनी बार बाप बदलेंगे?
कभी RCEP, कभी शी जिनपिंग, कभी पुतिन से भीख!

और सबसे बड़ा सवाल –
👉 क्या ये डबल टैरिफ भारत की जीडीपी को 2026 तक दिवालिया करने वाला है?


🎯 आउट्रो (Sandeep Chaudhary अंदाज़):
“जनता सवाल पूछ रही है – जब ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी… तो मोदी सरकार कहाँ है?
क्या ये न्यू इंडिया है… या टैरिफ इंडिया?”

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