"रामराज्य में रोजगार कहां है?

 "रामराज्य में रोजगार कहां है?


"राम मंदिर बन गया, मगर रामराज्य नहीं आया!"

"युवाओं के हाथों में डिग्री है — नौकरी नहीं!"

"हर साल लाखों नौकरियां देने का वादा था —

और हकीकत? पेपर लीक, भर्ती कैंसिल और इंतज़ार!"

"राम के नाम पर वोट तो मिल गया,

अब रोजगार कौन देगा मोदी जी?"

"जवाब चाहिए — मंदिर नहीं, नौकरी चाहिए!" 


मोदी युग में बेरोज़गारी: क्या राम के नाम पर रोजगार छुपाया गया?”


"राम के नाम पर सियासत की गई, मंदिर बना, लेकिन क्या नौकरियां भी बनीं?

ये सवाल है हर उस युवा का, जो डिग्री लेकर आज बेरोज़गार बैठा है।

स्वागत है आपका Vishwaprem News में – जहां हम पूछते हैं वो सवाल, जो सरकार नहीं सुनना चाहती।"


भारत में बेरोज़गारी दर 8% से ऊपर चल रही है – CMIE रिपोर्ट (2024)

10 में से 7 युवा डिग्री के बाद भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं

सरकारी नौकरियों की संख्या घटती जा रही है – SSC, UPSC में सीटें कम

पिछले 5 साल में EPFO में नौकरी मिलने की दर में गिरावट

युवा की उम्मीदें

UPSC, SSC, Railway, Bank – सबकी परीक्षाएं या तो रुकी रहीं या लेट हुईं

पेपर लीक, भर्ती घोटाले – देशभर में हज़ारों छात्रों का भविष्य बर्बाद

कोचिंग हब्स में डिप्रेशन और आत्महत्या के मामले बढ़े

"क्या राम के नाम पर हमें डर और धर्म मिला, और रोजगार की बात गायब हो गई?"

सरकार की रणनीति 

सरकार ने Skill India, Start-up India जैसे प्रोग्राम लॉन्च किए – लेकिन ज़मीनी हकीकत कमजोर

लोकसभा में खुद सरकार ने माना – “सरकारी रोजगार पर कोई भरोसेमंद डेटा नहीं”

"क्या युवाओं को सिर्फ WhatsApp यूनिवर्सिटी से ही ज्ञान मिलता रहेगा?

"जब देश का युवा बेरोज़गार होगा, तब मंदिर नहीं, न्याय और नौकरी चाहिए।

Vishwaprem News की यही कोशिश है – कि सच सामने आए।

इस वीडियो को शेयर कीजिए, ताकि हर युवा तक ये बात पहुंचे।

और बताइए – क्या रामराज्य में रोजगार भी होगा, या सिर्फ जयकारा?"


““Skill India का सच: करोड़ों की ट्रेनिंग, लेकिन नौकरियां कहां हैं?”


मोदी जी ने कहा — Skill India से नौकरी मिलेगी…

लेकिन लाखों युवाओं को मिला सिर्फ सर्टिफिकेट, नौकरी नहीं!

ट्रेनिंग सेंटर बंद, रोजगार गायब, फंड खा गए नेता-ठेकेदार!

ये है Skill India का असली चेहरा —

करोड़ों की ट्रेनिंग, लेकिन रोजगार ZERO!

अब सवाल पूछो — सिर्फ जयकारा नहीं चलेगा!”

🎯 “Skill India का सच: करोड़ों की ट्रेनिंग, लेकिन नौकरियां कहां हैं?”

मोदी सरकार ने कहा – 'Skill India' से युवाओं को हुनर मिलेगा और रोजगार भी।

लेकिन 9 साल बाद सवाल ये है – कहां है नौकरी?

करोड़ों फुंड खर्च हुए, लाखों को सर्टिफिकेट मिला… पर जॉब सिर्फ brochure में रह गई।”

योजना की शुरुआत – 0:30 – 1:30]

2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च किया “Skill India Mission”

मकसद: 40 करोड़ युवाओं को 2022 तक ट्रेनिंग देना

दावा: हर युवा को ‘job-ready’ बनाना

🎯 लेकिन 2024 में क्या हालत है?

ज्यादातर ट्रेनिंग शॉर्ट-टर्म, लो-क्वालिटी, कमाल की नहीं

बहुत से संस्थान सिर्फ सर्टिफिकेट थमाकर पैसे उठा रहे हैं

आंकड़े और ज़मीनी सच्चाई 

2015–2022: करीब 3 करोड़ लोगों को स्किल ट्रेनिंग दी गई

लेकिन सरकार की ही रिपोर्ट कहती है —

 सिर्फ 20–25% को ही प्लेसमेंट मिला!

 यानी 100 में से 75 लोग बेरोज़गार ही रहे — स्किल इंडिया के बाद भी!

कहां गया हज़ारों करोड़ का बजट? और कहां हैं वो कंपनियां जो भर्ती कर रहीं थीं?”

छात्रों और ट्रेनिंग सेंटर्स की सच्चाई –


कई जगहों पर ट्रेनिंग सेंटर बंद हो चुके हैं

कुछ सेंटर सिर्फ कागज पर चल रहे हैं — ground पर कुछ नहीं

ट्रेनिंग देने वाले खुद poorly trained थे

युवाओं को सीखने को मिला — सिलाई, ब्यूटीपार्लर, इलेक्ट्रिशियन…

लेकिन नौकरी का कोई लिंक नहीं

Skill India ने युवाओं को सिर्फ सपने दिखाए, रोजगार नहीं।

Vishwaprem News पूछता है — ये योजना असफल रही, या जानबूझकर फ्लॉप बनाई गई?”

“वीडियो शेयर कीजिए, ताकि हर युवा को ये सच्चाई पता चले।”

“और हमें कमेंट में बताइए — क्या आपको स्किल मिली? या सिर्फ सर्टिफिकेट?”


“राम-राज्य या वोट-बैंक? OBC, दलित, आदिवासी से BJP का असली रिश्ता

"राम का नाम लिया, दलितों का हक़ छीना!"

"OBC को आरक्षण नहीं, सिर्फ भाषण मिला!"

"आदिवासी वोटर बना दिए गए — पर ज़मीन छीन ली गई!"

"BJP की राजनीति कहती है — सब हिंदू हैं,

लेकिन सत्ता में तुम्हारी कोई जगह नहीं!"

"राम के नाम पर हिंदू एकता की बात होती है,

लेकिन क्या दलित, OBC और आदिवासी वाकई बराबर हैं इस राजनीति में?"

"या फिर मंदिर और भावनाएं सिर्फ एक ‘वोट हथियार’ हैं?"

BJP का जातीय समीकरण

BJP खुद को “सबका साथ” वाली पार्टी बताती है

लेकिन असल में OBC, दलित, आदिवासी को सिर्फ वोट मशीन की तरह देखा जा रहा है

सत्ता में ऊंची जातियों का वर्चस्व बरकरार

OBC/SC/ST नेताओं को चेहरा तो बनाया, पर पावर नहीं दी गई

📊 उदाहरण:

कैबिनेट में कितने SC/ST मंत्री हैं जो फैसले लेते हैं?

पिछड़े वर्ग का कोई PM कैंडिडेट?

हिंदू एकता vs जातीय हकीकत

“हिंदू खतरे में” कहकर जातियों को भुला दिया गया —

पर जातीय भेदभाव, आरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दे गायब हैं!

क्या कभी मंदिर आंदोलन में दलित पुजारी बने?

क्या आदिवासियों की जमीन बची?

📌 BJP के राज में जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई गई?

जमीनी हकीकत: SC/ST छात्रों के साथ अन्याय

छात्रों की स्कॉलरशिप रोकी गई

शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण को कोर्ट में चुनौती नहीं दी गई

दलितों के साथ अत्याचार के केस बढ़े, पर सरकार मौन रही

“सरकार हमें सिर्फ वोटर समझती है, इंसान नहीं

"राम के नाम पर सत्ता चाहिए,

लेकिन जब बात आती है हक़ देने की —

तो OBC, SC, ST को चुप करा दिया जाता है!"

🧠 सवाल:

क्या हमें मंदिर चाहिए या समानता?

क्या हमें जय श्रीराम कहने की इजाज़त है — लेकिन बराबरी मांगने की नहीं? Comment में बताओ — क्या BJP ने तुम्हारे समाज को सशक्त किया, या सिर्फ इस्तेमाल किया?  Vishwaprem News – जहाँ सत्ता से सवाल होते हैं, अंधभक्ति नहीं!

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