दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा की बड़ी तैयारी

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा की बड़ी तैयारी


नमस्कार दोस्तों! दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज़ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है। इस बार भाजपा का मुख्य फोकस है आम आदमी पार्टी (आप) के विजय रथ को रोकना और दिल्ली की सत्ता में वापसी करना। क्या भाजपा इस बार इतिहास बदल पाएगी? आइए जानते हैं पूरी कहानी।

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारियों को तेज़ कर दिया है, जिसमें मुख्य ध्यान आम आदमी पार्टी (आप) के विजय रथ को रोकने पर केंद्रित है। दिल्ली भाजपा नेतृत्व लगातार बैठकों में जुटा हुआ है, और उनकी योजना राष्ट्रीय राजधानी की सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने की है। हालांकि, आप ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन भाजपा जल्दबाजी के मूड में नहीं है और प्रत्येक सीट के लिए विशेष रणनीति तैयार कर रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अगुवाई वाली कोर कमेटी शुक्रवार या शनिवार को बैठक करेगी, जिसमें उम्मीदवारों की सूची को और छोटा किया जाएगा। विशेषकर उन नेताओं पर ध्यान दिया जाएगा जो हाल ही में दूसरी पार्टियों से भाजपा में शामिल हुए हैं। अंतिम फैसला प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली केंद्रीय चुनाव समिति लेगी, जिसकी बैठक इसी हफ्ते के आखिर में होने की उम्मीद है। करीब 30 वर्षों से दिल्ली की सत्ता से दूर भाजपा इस बार चुनाव में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। विपक्षी पार्टी का मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस से है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आप, भाजपा और कांग्रेस ने कमर कस ली है। इस बीच, भाजपा के आंतरिक सर्वे में दावा किया गया है कि कुल 70 सीटों में से 40 से अधिक सीटों पर आप से सीधा मुकाबला होगा।


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि भाजपा को अलग-अलग परिदृश्यों के आधार पर 40-47 सीटों पर अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। दिल्ली में इस समय भाजपा के सात विधायक हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "अगर आप और कांग्रेस गठबंधन करती हैं, तो हमारे सर्वेक्षणों के अनुसार भाजपा 47 विधानसभा क्षेत्रों में उनके साथ बराबरी की स्थिति में होगी, क्योंकि वोट दोनों पार्टियों के बीच आंतरिक रूप से विभाजित होने की संभावना है।" उन्होंने कहा, "वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए, जहां आप, भाजपा और कांग्रेस के त्रिकोणीय मुकाबले हैं, सर्वेक्षणों में लगभग 40 सीटों पर आप और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होने की भविष्यवाणी की गई है। नई दिल्ली, ओखला, ग्रेटर कैलाश और मालवीय नगर जैसी कुछ सीटें हैं जहां आप को फिलहाल आगे माना जा रहा है।" इस कमेटी में राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली भाजपा महासचिव (संगठन) पवन राणा, दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा, सांसद हर्ष मल्होत्रा, मनोज तिवारी, कमलजीत सहरावत, योगेंद्र चंदोलिया और वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली, दुष्यंत गौतम, विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय शामिल हैं। भाजपा इन दिनों उम्मीदवारों के नाम पर लगातार चर्चा कर रही है। दिल्ली में भाजपा 30 वर्षों से सत्ता से दूर है। पिछले 10 वर्षों से आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता में है। लगातार दो चुनावों में आप ने 70 में से 60 से अधिक सीटें जीती हैं। भाजपा दहाई का अंक नहीं छू सकी, वहीं कांग्रेस खाता खोलने में भी नाकामयाब रही।


भाजपा ने दिल्ली चुनाव के लिए चुनाव समिति का गठन किया है, जिसमें दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा, केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता, भाजपा सांसद मनोज तिवारी, योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत, रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रवीण खंडेलवाल और बांसुरी स्वराज जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। इसके अलावा, भाजपा को 70 विधानसभा सीटों के लिए 2000 से अधिक आवेदन मिले हैं, जिनमें से 500 से अधिक आवेदन विभिन्न सामाजिक वर्गों से आए हैं। यह पार्टी में उम्मीदवार बनने की बढ़ती प्रतिस्पर्धा और रुचि को दर्शाता है। भाजपा ने उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को तेज कर दिया है और प्रत्येक सीट के लिए औसतन तीन संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार की है। पार्टी का मानना है कि इस बार आप को हराने का मौका है, और वह अपनी रणनीति को धार देने में जुटी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है, और वह आप के विजय रथ को रोकने के लिए विशेष रणनीतियों पर काम कर रही है। पार्टी ने उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को तेज किया है और चुनाव समिति का गठन किया है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। भाजपा का लक्ष्य है कि इस बार दिल्ली की सत्ता में वापसी की जाए, और इसके लिए वह कोई कसर नहीं छोड़ रही है। तो दोस्तों, क्या भाजपा इस बार दिल्ली की सत्ता में वापसी कर पाएगी? क्या आम आदमी पार्टी के विजय रथ को रोका जा सकेगा? अपने विचार हमें कमेंट सेक्शन में बताएं। वीडियो को लाइक और शेयर करें, और राजनीति की हर खबर के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें। धन्यवाद!

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