युवा विरोधी कांग्रेसियों शर्म करो: भर्ती रोको गैंग हरियाणा के युवाओं का दुश्मन
युवा विरोधी कांग्रेसियों शर्म करो: भर्ती रोको गैंग हरियाणा के युवाओं का दुश्मन- भाजपा
माननीय उच्च न्यायालय का कड़ा संदेश
युवाओं को इस गैंग से बचाने के लिए हरियाणा के हित में माननीय उच्च न्यायालय ने अपना सख्त रुख दिखाया। अदालत ने कांग्रेस के वकील डी.एस. हुड्डा की दलीलों को न सिर्फ खारिज किया, बल्कि उन्हें कड़ी फटकार भी लगाई। न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया कि बिना ठोस आधार के ऐसी याचिकाओं का कोई मतलब नहीं है और यह सिर्फ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने की साजिश है। अदालत ने इस याचिका को पहली ही सुनवाई में खारिज कर दिया, जो कि युवाओं के हित में एक बड़ा फैसला है।
कांग्रेस की दोहरी नीति
कांग्रेस लगातार यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि वह युवाओं की समर्थक है, लेकिन असलियत कुछ और ही है। यह वही कांग्रेस है जिसने युवाओं के रोजगार को बार-बार राजनीति का शिकार बनाया है। हरियाणा के हजारों युवा जो अपने मेहनत और काबिलियत के बल पर सरकारी नौकरी की राह देख रहे थे, उनके साथ इस गैंग ने धोखा किया। जब रिज़ल्ट आए और युवाओं के ज्वाइनिंग का समय आया, तब कांग्रेस प्रायोजित भर्ती रोको गैंग ने कोर्ट में जाकर उनकी ज्वाइनिंग रुकवाने की कोशिश की।
युवाओं का गुस्सा
कांग्रेस की इस हरकत से हरियाणा के युवा गुस्से में हैं। वे समझ चुके हैं कि कौन उनके साथ है और कौन उनके खिलाफ। सोशल मीडिया पर युवाओं ने खुलकर इस फैसले का स्वागत किया और कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए। वे जान गए हैं कि कांग्रेस का असली मकसद सिर्फ और सिर्फ उन्हें रोजगार से दूर रखना है।
रोजगार का विरोध क्यों?
हरियाणा में रोजगार की समस्या गंभीर है, और ऐसे में जब हजारों नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में थी, तब कांग्रेस ने इसे रोकने की कोशिश क्यों की? इस सवाल का जवाब कांग्रेस को हरियाणा के युवाओं को देना होगा। अगर वह वाकई युवाओं के पक्ष में होती, तो इस प्रकार की राजनीति का सहारा नहीं लेती।
कांग्रेस की यह नीति न सिर्फ युवाओं के भविष्य से खेल रही है बल्कि हरियाणा के विकास में भी बाधा डाल रही है। यह साफ दिखाता है कि कांग्रेस सिर्फ सत्ता की भूखी है, उसे न तो राज्य के विकास की परवाह है और न ही युवाओं की उम्मीदों की।
निष्कर्ष
कांग्रेस की इस चालबाज़ी से हरियाणा के युवा भली-भांति परिचित हो चुके हैं। युवाओं के रोजगार को रोकने की यह कोशिश कांग्रेस की छवि को और धूमिल कर रही है। माननीय उच्च न्यायालय के फैसले ने यह साफ कर दिया है कि कानून के सामने ऐसी राजनीति का कोई स्थान नहीं है। अब यह हरियाणा के युवाओं पर है कि वे इस सच्चाई को समझें और अपने भविष्य के दुश्मनों को पहचानें।
कांग्रेस को यह समझना होगा कि युवा शक्ति को कुचलने की उसकी कोशिश कभी सफल नहीं होगी।
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