कलायत विधानसभा में सियासी हलचल: भाजपा और कांग्रेस के टिकट बंटवारे में गड़बड़ी ?
कलायत विधानसभा में सियासी हलचल: भाजपा और कांग्रेस के टिकट बंटवारे में गड़बड़ी ?
कलायत, 16 सितंबर 2024: कलायत विधानसभा में इस बार सियासी मिजाज बदलता नजर आ रहा है, जिसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी नेताओं के टिकट बंटवारे को लेकर सवालों के घेरे में आ गई हैं। भाजपा द्वारा कमलेश ढांडा को टिकट देने के फैसले ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
भाजपा का संकट: भाजपा ने कमलेश ढांडा को टिकट देकर स्वयं पर ही संकट उत्पन्न कर लिया है। कोरोना काल से ही ढांडा पर जनता में नाराजगी बढ़ रही थी। विकास कार्यों की कमी, जनता के बीच में ना होना और भ्रष्टाचार के आरोप लंबे समय से लगे हुए थे। इसके बावजूद, भाजपा ने ढांडा को टिकट देकर इस संदेश को दिया है कि शायद पार्टी कलायत से चुनाव जीतने की गंभीरता नहीं दिखा रही है।
कांग्रेस का हाल: कांग्रेस के लिए भी स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण रही है। सांसद जयप्रकाश के टिकट मिलने के बाद पार्टी में ही विवाद शुरू हो गए हैं। जयप्रकाश के पिता पहले से सांसद हैं, और उनके टिकट के खिलाफ पार्टी की पूर्व टिकटार्थी श्वेता ढुल ने तीखी टिप्पणी की कि “राजा का बेटा राजा बनता है।” इस टिप्पणी ने कांग्रेस की छवि को प्रभावित किया और महिला विरोधी आरोपों के साथ जुड़ गया।
अनीता ढुल की एंट्री: इन सबके बीच, अनीता ढुल एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर रही हैं। ढुल को खाप और स्थानीय लोगों का समर्थन प्राप्त है, जिन्होंने उनके दस साल की मेहनत को सराहा है। अनीता के समर्थन में हवा का रुख साफ हो रहा है, और उनके नेतृत्व में कलायत में एक नई सियासी हवा देखने को मिल सकती है।
अब देखना यह होगा कि अनीता ढुल इस सियासी पारे को और कितनी ऊंचाई तक ले जा पाती हैं और क्या वह कलायत की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाएंगी। समय ही बताएगा कि क्या भाजपा और कांग्रेस की गड़बड़ियों का फायदा अनीता ढुल को मिल सकेगा या नहीं।
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