crossdresser ने गोवा में जाकर किये अपने पुरे अरमान

क्रोस ड्रेसिंग करने से बड़ा शुकुन क्रोसड्रैसर को मिलता है ऐसे में कुछ सवाल एक क्रोसड्रैसर से
निको: तो दीदी, सबसे पहले आप कोन है यह बताएं अपना viewers को, जो भी है… अपना परिचय कराए…

कविता : अच्छा यह सही बात…तो… मैं एक क्रॉसड्रेसर💃 हूं, लड़की का कपड़ा पहेनना पसंद है, लड़की बनना पसंद है…और क्या बताऊं?
निको: आपका नाम भी बता दीजिए…

कविता: हां मेरा नाम है कविता, में एक सरकारी नौकरी से जुड़ा हूं, सलारी अच्छा खासा है , घर में wife है, एक बच्ची है २ साल की।

निको: अच्छा…यह तोह हो गई आपके ब्यक्तिगत जीवन… हम चाहते है कि, अब आप viewers को अपना क्रॉसड्रेसिंग जीवन, और इससे जुड़ा एक्सपीरिएंस शेयर करें…

कविता जरूर… फिलहाल तो मुझे चांस नहीं मिल रहा है क्रॉसड्रेसिंग करने के लिए… क्युकी अभी मैं घरमे हूं बीबी बच्चे के साथ। जब नौकरी के खातिर बाहर रहेता हूं, तब चांस मिलता है लड़की बनने की। दराशल में कोलकाता में नौकरी करता हूं, और यहां पर एक रेंटेड घर में रहता हूं अकेला…दो कमरा है, एक किचेन है, सेकंड फ्लोर पे…

निको: अच्छा तो दीदी, हमारा पहला प्रश्न, अपने इसे सुरुयात कैसे किए? मतलब केसे और किस वक्त आपको पता चला के आप एक क्रॉसड्रेसर है, आपको लड़कीयो के कपड़ों पसंद है… उनके तरह सजना सबरना है?

कविता: देखो पहले मै बता दू, की यह कोई बीमारी नहीं है, जो अचानक से आपके शरीर में आ जाएगा, और आप अचानक लड़कियों के कपड़े पहनने लगोगे। इसका कोई डेफिनिशन नहीं है, क्या है, किस लिए है, आप यह शब्द में बयां नहीं कर सकते, यह एक अनुभूति है जो आपके जन्म से आते है। इसे चाए भी आप इनकार नहीं कर सकते। तो इस लिए, बेहेतर है इसे अपनाइए…
और मुझे यह बचपन में ही एहसास हो गया था, की मेरे अंदर एक लड़की की अनुभव है। पता नहीं क्या जादू है… मै जब भी लड़की की पहनने का समान देखता हूं 💅💃💋, तो मुझे अंदर ही अंदर कुछ अलग महसुस होता है। बचपन में जब में दीदी को मेकअप करता हुआ, नेलपॉलिश पहन कर सजना, सारी पहनना यह सब देखता था, तब खुद को में कंट्रोल नहीं कर पाता था। तब लगता था मुझे भी पहनना है सारी, मुझे भी लिपस्टिक, नेलपॉलिश, काजल, चुरिया बगेरा लगाना है। में क्यूं नहीं पहन सकता? तो धीरे धीरे यह बढ़ता गया। अभी में खुश हूं की लकडाउन से पहले तक मुझे चांस मिलता था सज धज के लड़की बनने का।

निको: तो अभी… मतलब लक डाउन से पहले आपको हपते में कितने बार मौका मिलते थे लड़की बनने के लिए?

कविता: होप्ते में एक बार… कभी कभी वो भी नहीं… सरकारी काम है, तो शनि और रविवार को छुट्टी मिलता है। वो दो दिन सबसे खास दिन है मेरे लिए। शनि बार सुबह उठकर नहाकर औरत बन जाता हूं और सोमवार सुबह तक चलता है… फिर से वही लड़का बनके काम पे जाना… यही चलता था, अब थोड़ा फ्रस्त्रतेड हो रहा हूं, क्यूंकि इतने दिन बित गए घर में, मौका नहीं मिल रहा है…
निको अच्छा, तो हम दूसरे प्रश्न की और जाते है…

निको: एक क्रॉसड्रेसर होने की नाते आपको एक औरत की किस चीज पहन ने में ज्यादा खुशी मिलते है?

कविता हर एक चीज… क्या बताऊं… कपड़े, मेकअप, नेलपॉलिश, पयेल, चूड़ियां, झुमके, शूज… सब कुछ।

निको: वेस्टर्न और इंडियन कपड़े?

नम्रता: obviously, इंडियन कपड़े  इंडियन कल्चर से जुड़ा हुआ हर एक ड्रेस में कुछ अलोग्सा फीलिंग आता है मुझे।

निको: सारी और सलवार कमीज़?

कविता, सारी… सारी में एक असली औरत की फीलिंग आता है मुझे। हालाकि बहुत सारे कपड़े पहने है, लेकिन सारी सब से बेस्ट चॉइस रहेंगे मेरे लिए।

निको: Hill or flat?

कविता, ऑफकोर्स मेरे लिए हिल है, ज्यादा पसंद करते है हम। ज्यादा हिल वाले नहीं, एक दो इंच का ठीक है… हाईट भी मैनेज हो जाते है… Actually, I love that sound of hills.

निको ओके… अगला प्रश्न है… क्या आपके बीबी जानती है कि आप एक क्रॉसड्रेसर है?

कविता, नहीं नहीं उसे कुछ मालूम नहीं है इसके बारे में। मैंने कौशिश किया था, लेकिन बता नहीं पाया अभि तक। बस मौका मिल जाए एकदिन, और बता दू… वो भी एक्सेप्ट करले…
निको: तो आपको क्या लगता है, की अगर आपके बीबी को पता चल गए तो उनका रिएक्शन कैसा रहेगा? क्या यह एक्सेप्ट कर पाएंगे?

कविता, फिलहाल तो पता नहीं, लेकिन यह जरूर बता सकते है कि… बहुत मुश्किल काम होता है एक औरत के लिए अपने पति को लड़की की रूप में स्वीकार करना।

हिम्मत की बात है। क्यूंकि जिस सोसाइटी में पला बड़ा है, मुश्किल है एक्सेप्ट कर पाना। हमारे दिमाग में लड़के और लड़कियों के प्रोटोटाइप रेहेता है, उसे हटाना मुश्किल है। अगर आपके बीबी ने मूछें लगा कर, वाल छोटा करके, पैंट शर्ट पहनकर आये, तो आपका क्या रिएक्शन होगा?
तो सच में मुश्किल है इसको समझ पाना।
लेकिन उम्मीद यहीं रखेंगे की जल्द से जल्द इसे सभी एक्सेप्ट करले…

निको: हां हम भी यही उम्मीद रखते है।
चलिये तो फिर आप आपके क्रॉसड्रेसिंग से जुड़ा हुआ एक बड़ा सा, अच्छा सा एक्सपीरिएंस शेयर कीजिए… जो एक्सपीरिएंस आप कभी नहीं भुल सकते…

कविता,  तो इसके लिए मुझे सुरु से डिटेल में बताने होंगे। लम्बी स्टोरी है…

कविता: ऐसा है कि… पिछले साल एक गोया ट्रिप में गया था… हमारा कुछ क्रॉसड्रेसिंग दोस्त मिलके…

कविता: बहुत सारा प्रिपरेशन हमको लेना पड़ा, झूट बोलना परा बीबी से, की में १० दिन के में बाहर जा रहा हूं काम के सिलसिले में, ज्यादा फोन मत करना, बहुत बिज़ी रहूंगा…

कविता, तो अगले महीने से ही प्रिपरेशन लेने लगा। टिकिट बुक किए….और लिस्ट बनने लग गए, क्या क्या खरीद ना है, क्या क्या पहन ना है, क्या क्या करना है गोया जा करके… यह मेरा फर्स्ट टाइम था, इतना बड़ा आउटिंग में पहले कभी नहीं किया, वो भी दोस्त के साथ, उसे पहले मेरा औरत का सफर सिर्फ चार दीवार मैं ही सिमाबद्ध था। इसलिए मन में बड़ी दुबिधा थी कि क्या में यह कर पाऊंगा… डर रहा था…

कविता, तो जाने की तैयारी करने लगा दोस्तो की मदद से। औरत की आवाज निकाल ना, औरत के तरह चलना, उठना बैठना यह सब कुछ प्रैक्टिस करने लगा दिन भर, ऑफिस के बाद।
और क्या है की मुझे आर्टिफिशियल चीजे कम पसंद है, तो पूरे एक महीना मैंने अपना नाखून नहीं काटा, बड़ा बड़ा हो गया था।

निको: फिर तो काम करने में भी दिक्कत होगा…

कविता: हां…ऑफिस में कोई पूछता तो बोलते की बीबी से नाखून बढ़ाने का शर्त लगाई है।
और उसके बाद कुछ beauty treatment भी लेना लगा, YouTube से इंस्ट्रक्शन देख देख कर। Eyebrow pluck और Waxing के बारे में सोच भी लिया था, लेकिन हो नहीं पाया। घर में ही Youtube देखकर मुश्किल से Eyebrow का शेप किया था।

निकोल, हां आपके eyebrow अभी भी शेप में ही डाला हुआ है… लडको को भी सूट करता है।

कविता: हां, ज्यदा लड़की वाला बन गया तो बीबी को शक हो जाएगा।

निको: हां, लेकिन आप शरीर के बालों को क्या करते है? कैसे निकलते है?
कविता: ज्यादातर मै हेयर रिमूवर क्रीम यूज करता हूं, लेकिन कभी कभी रजोर से काम चला लेता हूं।
निको: आपके बीबी को यह सब मालूम है?

कविता: नहीं नहीं, लेकिन जब वो मेरे हैरलेस बडी देखती है तो में बहाना बनाता हूं, की मुझे इचिंग का प्रॉब्लम है।

निको: अच्छा यह सही है।
अब चलिए अब अपना गोया वाला स्टोरी कंटिन्यू कीजिए। बहुत उत्सुकता हो रहा है हमे। सस्पेंस है कहानी में…

कविता: हां…तो प्रिपरेशन के बारे में बाते कर रहा था, शायद…

कविता: तो उसके बाद, वो दिन आ ही गया, मतलब गोया जाने के दिन,
अच्छा उसके पहले दिन बहुत कुछ करना परा मुझे, बहुत कुछ लेना परा पैकिंग करने की समय…
रात को अपना पूरा शरीर के बाल हेयर रिमूवर क्रीम से निकाल दिया, बहुत सारा क्रीम भी लगाया सॉफ्ट मेहेसुस करने के लिए।
फिर अगले दिन बहुत ही अच्छे दिन था, क्यूंकि मैं जा रहा था स्टेशन की और, ट्रेन पकड़ ने के लिए। ट्रेन में दोस्तों से मुलाकात हुआ, और प्लान भी कर लिया आगे जा कर क्या क्या करना है, क्या नहीं कर ना, और आखिरकार हम गोया पौंछ ही गए।💃

कविता, यहां जाकर होटल मै कमरा बुक किया और अगले दिन कि तैयारियां करने लगा। हम सब मिलके डिसाइड किया, पहले हमे Calungute बीच जाना है। 

उस रात बहुत बेचैन था, डर भी था, क्या होगा पब्लिक में जाने के बाद, कोई पहचान लिया तो, बहुत सारा नेगेटिव ख्याल आया।
उस रात शोन में ज्यादा देर नहीं किया, सुबह उठके अगले दिन बीच जाना था। शोने से पहले अपना नाखून पे अच्छे से नेलपॉलिश लगाया, जो इतने दिन सूखे थे, फिर एक nighty पहन कर शो गया…

निको: वैसे बहुत अच्छा लगता है, अलग एक्सपीरिएंस होता है सुबह सुबह उठकर बीच पर जाने का…

कविता: बहुत खुश था मैं। मेरा जीवन का सबसे बड़ा दिन वो दिन था। 

निको: अच्छा… उसके बाद क्या हुआ…?

कविता: उसके बाद सज धज कर बीच गया दोस्तों के साथ, पहेली बार था, मन में जो डर था वो बाद मे पूरी तरह गायब गो गया।
खुदको पिंजरे से आजाद हुए औरत जैसा महसूस हुआ। १० दिन यहां रहा दोस्त के साथ, और अपना जीवन जी लिया वो १० दिन।
मै शायद खो गया था तब, औरत की दुनिया में, और यही तो चाहता था मै। उस १० दिन मुझे लगा कि मेरा इस दुनिया मै मेरे सिवा और कोई नहीं है। में अकेला हूं। और में एक औरत हूं। मुझे औरत की जींदेगी जीना है, बस…और कुछ नहीं चाहिए।


निको: शायद एसा आपके साथ हो पाता। लेकिन बस्तब मै ऐसा मुमकिन नहीं होता। इस समाज ने हमे, हर एक व्यक्ति को कुछ ना कुछ ऐसा टास्क देता है, जिसे पूरा करने के लिए हमारा कुछ सपने, कुछ ख्वाहिशें अधूरा रह जाता है। और रहेना भी चहिए, मेरा मानना है, यही जीबन है।

कविता: सही है। में यह मनता हूं। इसीलिए मैं शायद खुश हूं, बीबी और बच्ची के साथ।
हाप्ते में एकबार अपना ख्वाहिश पूरा करता हूं। इससे बहुत अच्छे से चल जाता है। और जैसा चल रहा है, वैसा चलने दो…

निको: छोड़िए यह बाते।
अच्छा अब यह बताइए की गोया ट्रिप का सबसे बड़ा एक्सपीरिएंस क्या था, जो आप कभी नहीं भुल पाएंगे?
कविता: चाहता तो था कि नहीं बताऊं, लेकिन अपने जब पूंछ है लिए तो चलो बताता हूं…

कविता: गोया ट्रिप का चौथा दिन था। एक दोस्त ने मुझेसे शर्त लगाया कि मुझे सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनकर बीच में घूमना है। मालूम है, आप लोगो को सुनकर ओड लगेगा, लेकिन वैसही शर्त लगाया था। और वो शर्त पूरी भी किया था मैं। पहले तो मना कर दिया था, यह बोल के की, नहीं नहीं, यह नहीं कर सकता में। लोग देखेंगे तो हसेंगे, क्या क्या  कमेंट कोरेंगे। अजब लगेगा। लेकिन वो शर्त हार ना नहीं था मुझे। तो आगे पीछे कुछ नहीं सोचा, और सिर्फ एक पद्देड ब्रा और पैंटी पहन कर बीच मै चला गया। शूकर है के मेरा एक फ्रंड ने अच्छा मेकअप डाला था, आज भी सब कुछ याद है… फेस पे सिर्फ काजल और लिपस्टिक था, और ज्वेलरी में सिर्फ एक कंगन, और कानो में झुमके। Wig को अच्छे से सेट किए थे, नेचुरल दिखने के लिए।  हात और पयर फेमिनिन दिखने के लिए पिंक कॉलर का नेलपॉलिश भी लगवाया था। और एक फ्लैट संडेल पहनकर चलने लगा। बहुत डर रहा था, मुझे आज भी सब कुछ याद है। दिक्कतें भी हुए, और आनंद भी हुए बहुत।

निको: यह शायद सब से बड़ा एक्सपीरिएंस होगा एक क्रॉस ड्रेसर होने की नाते…
तो ब्रा और पैंटी पहन कर सबसे बड़ा दिक्कत क्या था आपके लिए।

कविता: खुलके बताऊं? तो मुझे सबसे बड़ा डीफिकल्ट मेरा genital को कोंट्रोल करने में लगा। वहा बहुत सारे हॉट लड़कियों थे, तो उसे देखकर अगर सेंसेटिव हो जाता तो क्या होता!
लेकिन उस वक्त मेरे अंदर एक लड़की की दिमाग थी। में अपने आपको तब मान ही लिया था, के में एक औरत हूं, और कुछ नहीं, और मेरे दोनों पयेर के बीच में कुछ नहीं है, जो भी है वो एक लड़की की है…


निको: बहुत अच्छा लगा हमे, अपने इतना बड़ा एक्सपीरिएंस हमारे साथ बांटे। शायद आपके यह कहानी दूसरो को इंस्पिरेशन दे।
चलिए अब बढ़ती हूं, हमारा अगला प्रश्न पर…

निको: आपको अगर एक लड़के ने Date के लिए ऑफर करे तो आप क्या करेंगे? आप एक्सेप्ट करेंगे और इनकार कर देंगे।

कविता: As a male or as a Crossdresser?

निको: Obviously, as a Crossdresser…

कविता: बहुत मुश्किल सवाल पूछा आपने… पहले तो मुझे सोचना पड़ेगा। लड़की बनने के बाद मुझे भी एइसा कभी कभी ख्याल आता है के में एक लड़के साथ date पे जाऊं, मस्ती करूं। मेरा भी एक बॉयफ्रेड हो जो मुझे घुमाए, सुख दुख की बातें करे। शायद मौका मिला तो सोचेंगे…
निको: अच्छा ठीक है, चलिए नेक्स्ट सवाल, अगर एक दिन सुबह उठकर आपको पता चला की आप अपने बीबी के शारीर में आ चुके, और बीबी आपके शरीर में, तो आप क्या करेंगे?

कविता: में बीबी का ज्वेलरी पहनूंगा। सारे एक साथ। वो किसी को हात नहीं लगाने देती ज्वेलरी पर।

निको: अच्छा, यह मेरे बीबी भी करती है।
अगला प्रश्न है… हां… आपका कोई अधूरा ख्वाहिश जो आप चाहते है कि पूरी हो जाए, लेकिन असल में मुमकिन नहीं…

कविता: बहुत सारे है… लेकिन सबसे जो बड़ा है, वो है मा बनना। मुझे मा बनके बच्चे पालना है, बच्चे से सुनना है “मम्मी-मम्मी” आवाज़। अगर मेरा भी स्तन होता और बच्चों को दूध पिलाने की काबिल होते तो बहुत अच्छा होता। देखिए इस जन्म में पिता तो बन गए, लेकिन मम्मी नहीं बन पाए किसिके, शायद अगले जनम में पॉसिबल होगा।
निको: हमारा आखरी सवाल, अपको कभी लगा के आप गलत शरीर में है। और हॉरमोन ट्रीटमेंट और सर्जरी करवाके पूरी तरह लड़की बन पाते?

कविता: कभी नहीं महसूस हुए, स्वप्ने में भी सोचता नहीं हूं। में खुश हूं, जो भी में हूं। और हॉरमोन ट्रीटमेंट, सर्जरी कोई मजाक नहीं है। इसे जो भी अपनाता है, शायद उसका लास्ट चॉइस होता है इसे अपनाना, अंदर से घूंट रहा होता है वो, कभी सोचता नहीं की एक पुरुष है, हरवक्त नारी के रूप में देखते है।
और में सिर्फ क्रॉस ड्रेसिंग करके ही सेटिस्फाई हो जाता हूं, मन को संतुष्टि मिलता है। मुझे कभी भी परमानेंटली औरत बनने की ख्याल नहीं आया।
निको: बहुत अच्छा लगा आपको सुनके। हम आपके शूकर गुजर है, के आप इतने समय हमारे साथ बिताए। बहुत कुछ सीख मिले। बहुत इंस्पिरेशन मिले। हम दुया करते है के आप सही सलामत रहे, आनेवाले दिन में आपके हर ख्वाब पूरी हो। और जाने से पहले अपको अपना viewers को कुछ बताने हो तो जरूर बताएं….

कविता: हां, बस कुछ नहीं। यही बोलूंगा की हरवक्त अपना मन की सुनो। खुदको छुपाना बंद करो, तुम जो भी हो उसे अपनाओ। बहुत सारे प्रॉब्लम झेलना परेंगे। सोसाइटी नहीं एक्सेप्ट करेगा तुमको, एबनॉर्मल घोषित कर देगा। क्यूंकि नॉर्मल का जो डेफिनिशन है वो पूरी तरह गलत है। क्या नॉर्मल है, और क्या अबनॉर्मल है, यह अब सोसायटी डिसाइड नहीं करेगा, खुदको करना होगा। Gender is fluid। आप जो भी जेंडर में रहैना चाहते हो, रहे सकते हो, आपके काम से मतलब है। आज नहीं तो कल सभी को इसे मानना होगा, और मुझे विश्वास है कि मान भी लेंगे। और Crossdressing कोई बीमारी नहीं है। यह आपके अंदर स्पीसियलिटी है, जो सब के अंदर नहीं होता। जीवन बहुत छोटा है। और सोसाइटी आपका जीवन और भी छोटा कर देगा। अपको खुद डिसाइड करना होगा क्या आपके लिए सही है, और क्या ग़लत है। यह सब कुछ अपने अंदर की एक्सपीरिएंस से बता रहा हूं।






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