कांग्रेस पंजाबी चेहरा को हरियाणा में देगी टिकट ?
पंजाबी समाज को हरियाणा कांग्रेस उस वक्त भूली बैठी है जिस वक्त भाजपा ने पंजाबी समाज को घाव दिया हुआ है और उनकी असल चौधर छीन ली गई है। सीएम पद से लेकर गृह मंत्रालय तक ले लिया है। अब पंजाबी समाज को जब भी मनोहर लाल खट्टर को लेकर कहा जाता है तो वो कहते हैं की पावर तो चली गई है दिल समझाने के लिए बेशक कहते फिरते हैं कि चलती तो मनोहर लाल खट्टर की ही है। लोकसभा चुनाव के बाद बहुत कुछ बदल जाएगा। पंजाबी समाज के हाथ कुछ नहीं लगेगा। इस वक्त पर घाव पर मरहम-पट्टी करना कांग्रेस का काम है पर वो इस वक्त पंजाबी समाज को और दूर कांग्रेस करती नजर आ रही है। लोकसभा में पंजाबी समाज को टिकट नहीं देती नजर आ रही है। पंजाबी समाज की जरूरत विधानसभा में होगी। पंजाबी समाज हरियाणा में बात करें तो ये एक अच्छा प्रभाव लिए हुए हैं। हरियाणा में पंजाबी समुदाय 8 प्रतिशत है और यह 25 से 30 विधानसभाओं में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं और यह सीटें जीतने का माद्दा रखते हैं। जाट समाज के बाद पंजाबी वोट बैंक बड़ा वोट बैंक है। पंजाबी वोट की कद्र को देवीलाल भी समझते थे। जब चौधरी देवीलाल ने डॉक्टर मंगलसेन के साथ समझौता किया था तो 14 विधाय